Home loan New Rules – अगर आपने बैंक से होम लोन लिया है या लेने की सोच रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए बहुत जरूरी है। क्योंकि अब भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने होम लोन से जुड़े ऐसे नियम लागू किए हैं जो सीधे आपके हक में हैं।
अब वो दिन गए जब लोन चुकाने के बाद भी बैंक प्रॉपर्टी के कागजात लौटाने में टालमटोल करते थे। RBI ने बैंकों और एनबीएफसी (Non-Banking Financial Companies) दोनों को सख्त आदेश दिए हैं कि ग्राहक को लोन चुकता करने के बाद तुरंत राहत मिलनी चाहिए।
आइए आसान और सीधी भाषा में जानते हैं कि ये नए नियम क्या हैं, और कैसे आपको इनसे फायदा होगा।
RBI के नए नियम क्या हैं?
1. लोन चुकाने के बाद तुरंत लौटेंगे प्रॉपर्टी पेपर्स
अब बैंक या फाइनेंस कंपनी को यह तय करना होगा कि जब भी कोई ग्राहक अपना होम लोन पूरी तरह चुका देता है, तो उसके मूल प्रॉपर्टी दस्तावेज कहां से मिलेंगे। ये जानकारी ग्राहक को लोन स्वीकृत करते समय ही दी जानी चाहिए।
- मसलन, अगर आपने लोन नई दिल्ली की शाखा से लिया है तो बैंक को उसी ब्रांच से दस्तावेज लौटाने होंगे या पहले से बताना होगा कि किस ब्रांच में वे मिलेंगे।
2. दस्तावेज खोने पर बैंक जिम्मेदार
अगर किसी कारणवश बैंक के पास रखे गए मूल प्रॉपर्टी कागजात गुम हो जाते हैं, तो इसका जिम्मा पूरी तरह बैंक का होगा।
- बैंक को ग्राहक की पूरी मदद करनी होगी,
- नए दस्तावेज बनवाने की प्रक्रिया बैंक को खुद पूरी करनी होगी,
- और ग्राहक को कोई नुकसान नहीं उठाना पड़ेगा।
3. 30 दिन की समय सीमा तय
RBI ने साफ-साफ कहा है कि लोन चुकता करने के 30 दिन के अंदर बैंक को ग्राहक को प्रॉपर्टी के दस्तावेज लौटाने होंगे।
अगर इस समयसीमा का उल्लंघन होता है, तो…
जुर्माने का भी प्रावधान है
अगर बैंक लोन चुकाने के 30 दिन बाद भी दस्तावेज नहीं लौटाते, तो उन्हें हर दिन के हिसाब से ₹5000 का जुर्माना भरना होगा।
मतलब अगर 10 दिन की देरी हुई तो बैंक को ₹50,000 जुर्माना देना होगा। इससे बैंकों की लापरवाही पर सीधे लगाम लगेगी और ग्राहक को उसका हक समय पर मिलेगा।
ये नियम क्यों लाए गए?
RBI के पास बड़ी संख्या में शिकायतें पहुंच रही थीं कि लोग लोन तो चुका देते हैं, लेकिन उन्हें गिरवी रखे गए प्रॉपर्टी के पेपर्स समय पर नहीं मिलते।
कुछ मामलों में तो:
- ग्राहक को महीनों बैंक के चक्कर लगाने पड़ते थे,
- कुछ के कागजात खो भी जाते थे,
- और कई बार बैंक यह बताने को तैयार नहीं होते थे कि पेपर्स कहां जमा हैं।
अब RBI ने इन सब परेशानियों को ध्यान में रखते हुए ग्राहकों की सुरक्षा के लिए कड़े दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं।
ग्राहकों को क्या करना चाहिए?
अगर आपने होम लोन लिया है या आगे लेने की योजना बना रहे हैं, तो इन बातों का ध्यान रखें:
- लोन लेते समय लिखित में पूछें: कि लोन चुकाने के बाद पेपर्स कहां मिलेंगे
- सभी दस्तावेज संभाल कर रखें: खासकर EMI स्लिप्स और अंतिम भुगतान की रसीद
- अगर बैंक टालमटोल करे: तो RBI की वेबसाइट पर जाकर शिकायत दर्ज करें
- 30 दिन से ज्यादा हो गए हैं? – तो बैंक से जुर्माने की मांग करें, यह आपका अधिकार है
कौन-कौन से बैंक और कंपनियां इन नियमों के दायरे में हैं?
इन नए नियमों का पालन सभी बैंकों (सरकारी और प्राइवेट) और एनबीएफसी (जैसे HDFC, Bajaj Finance, आदि) को करना होगा।
कोई भी संस्था इन नियमों से बच नहीं सकती और RBI सीधे कार्रवाई करने के लिए तैयार है।
क्या इससे ग्राहक को फायदा होगा?
बिलकुल। इन नए नियमों से:
- लोन चुकाने के बाद प्रॉपर्टी पर अधिकार वापस जल्दी मिलेगा
- दस्तावेज खोने की चिंता कम होगी
- बैंकों की जवाबदेही तय होगी
- EMI चुकाने वाले लोगों को मानसिक राहत मिलेगी
- और सबसे बड़ी बात – ग्राहक के अधिकार को मजबूत किया गया है
RBI का ये फैसला होम लोन धारकों के लिए एक बड़ा राहत पैकेज है। क्योंकि ये नियम बैंकों की मनमानी पर सीधी चोट करते हैं। अब कोई भी बैंक या एनबीएफसी आपकी मेहनत की कमाई से खरीदी गई प्रॉपर्टी के पेपर्स को बिना वजह रोक नहीं पाएगी।
अगर आपने भी हाल ही में लोन चुकाया है या चुकाने वाले हैं, तो यह खबर आपके लिए सच में सुकून देने वाली है।